:::::चाहत:::::
यू ना शरमाओ, राज बताया भी करो,
अगर अपना मानते हो, तो हक जताया भी करो !
तकलीफ होती है दिल जलता है यार, यू नजरअंदाज ना किया करो,
कुछ कहने से डरते हो, तो आंखों से इशारा ही कर दिया करो !
चाहत मे अनबन तो होती ही रहती है, दिलपर ना लगाया करो,
कडवे बोल अपने मीठे लबोंपर यू सजाया ना करो !
घायल होते है हम, अपने तीर-ए-नजर को यू छोडा ना करो,
रेशमी धागे मेरी मोहब्बत के इतनी आसानी से तोडा ना करो !
नाराजगी को अपनी, यार छोड भी दिया करो,
इस नफरत को दिल की दहलीज से तुम मोड भी दिया करो !
हर वक्त सिर्फ बातो को ही नही, कभी जज्बातों को भी समझा करो,
हाल-ए-दिल अपना कभी हमसे भी सांझा करो !
नजर ना लग जाये इस हसीन चेहरे को, काला टिका भी तुम लगाया करो,
बुरी नजरों को तमाम दुनिया की, खुदसे दुर भगाया करो !
फासले हमारे दरमिया कुछ इस तरह मिटाया भी करो,
तितली तुम्हारे दिल की कभी मेरे इश्क के फुलोंपर बिठाया भी करो !
तेरी नजरो की शरारतों से मेरी नजरों को कभी बहकाया भी करो,
जंगल ये विरान मेरी मोहब्बत का कभी अपनी चाहत की खुशबू से महकाया भी करो !
तू सिर्फ मेरी है पगली, आकर मेरी बाहों मे कभी झूम भी लिया करो,
चाहत बस इतनी सी है, तेरे होंठोसे कभी मेरे होंठो को चुम भी लिया करो !
- विशाल आडबाल
9890300408
यू ना शरमाओ, राज बताया भी करो,
अगर अपना मानते हो, तो हक जताया भी करो !
तकलीफ होती है दिल जलता है यार, यू नजरअंदाज ना किया करो,
कुछ कहने से डरते हो, तो आंखों से इशारा ही कर दिया करो !
चाहत मे अनबन तो होती ही रहती है, दिलपर ना लगाया करो,
कडवे बोल अपने मीठे लबोंपर यू सजाया ना करो !
घायल होते है हम, अपने तीर-ए-नजर को यू छोडा ना करो,
रेशमी धागे मेरी मोहब्बत के इतनी आसानी से तोडा ना करो !
नाराजगी को अपनी, यार छोड भी दिया करो,
इस नफरत को दिल की दहलीज से तुम मोड भी दिया करो !
हर वक्त सिर्फ बातो को ही नही, कभी जज्बातों को भी समझा करो,
हाल-ए-दिल अपना कभी हमसे भी सांझा करो !
नजर ना लग जाये इस हसीन चेहरे को, काला टिका भी तुम लगाया करो,
बुरी नजरों को तमाम दुनिया की, खुदसे दुर भगाया करो !
फासले हमारे दरमिया कुछ इस तरह मिटाया भी करो,
तितली तुम्हारे दिल की कभी मेरे इश्क के फुलोंपर बिठाया भी करो !
तेरी नजरो की शरारतों से मेरी नजरों को कभी बहकाया भी करो,
जंगल ये विरान मेरी मोहब्बत का कभी अपनी चाहत की खुशबू से महकाया भी करो !
तू सिर्फ मेरी है पगली, आकर मेरी बाहों मे कभी झूम भी लिया करो,
चाहत बस इतनी सी है, तेरे होंठोसे कभी मेरे होंठो को चुम भी लिया करो !
- विशाल आडबाल
9890300408