Wednesday 6 March 2019

:::::चाहत:::::

:::::चाहत:::::

यू ना शरमाओ, राज बताया भी करो,
अगर अपना मानते हो, तो हक जताया भी करो !

तकलीफ होती है दिल जलता है यार, यू नजरअंदाज ना किया करो,
कुछ कहने से डरते हो, तो आंखों से इशारा ही कर दिया करो !

चाहत मे अनबन तो होती ही रहती है, दिलपर ना लगाया करो,
कडवे बोल अपने मीठे लबोंपर यू सजाया ना करो !

घायल होते है हम, अपने तीर-ए-नजर को यू छोडा ना करो,
रेशमी धागे मेरी मोहब्बत के इतनी आसानी से तोडा ना करो !

नाराजगी को अपनी, यार छोड भी दिया करो,
इस नफरत को दिल की दहलीज से तुम मोड भी दिया करो !

हर वक्त सिर्फ बातो को ही नही, कभी जज्बातों को भी समझा करो,
हाल-ए-दिल अपना कभी हमसे भी सांझा करो !

नजर ना लग जाये इस हसीन चेहरे को, काला टिका भी तुम लगाया करो,
बुरी नजरों को तमाम दुनिया की, खुदसे दुर भगाया करो !

फासले हमारे दरमिया कुछ इस तरह मिटाया भी करो,
तितली तुम्हारे दिल की कभी मेरे इश्क के फुलोंपर बिठाया भी करो !

तेरी नजरो की शरारतों से मेरी नजरों को कभी बहकाया भी करो,
जंगल ये विरान मेरी मोहब्बत का कभी अपनी चाहत की खुशबू से महकाया भी करो !

तू सिर्फ मेरी है पगली, आकर मेरी बाहों मे कभी झूम भी लिया करो,
चाहत बस इतनी सी है, तेरे होंठोसे कभी मेरे होंठो को चुम भी लिया करो !

- विशाल आडबाल
   9890300408

गीत

:::::ही पोरी::::: छम छम छम छम चालतीया  गुलु गुलु गुलु गुलु बोलतीया  ही पोरी..... ही पोरी..... नजरेन घायाळ करतीया  *तो* - पिंपळाच्या पानावरती...