:::::नन्ही जान:::::
या खुदा कैसी ये तेरी बेवफाई की कहानी है !
जिसे जिनी है अभी सारी जिंदगी,
क्या उस नन्ही जान की ही धडकन तुझे छिननी है !
अभी तो दुनिया भी ठिक से ना देखी उसने,
दुनियादारी तो बहुत दुर की बात है !
अगर ये सच है के बच्चे भगवान का रूप होते है,
तो क्यू ये जानलेवा बिमारीया उसके साथ है !
क्या गुजर रही होगी उस मासूम की मा पर, कभी सोचा है तुने,
और कुछ तो नही कह सकता मैं, पर ऐसा करके अपने पत्थर दिल का प्रमाण दिया है तुने !
जरा सोचा तो होता उसकी नादान उम्र के बारे मे,
क्यू दिल ना पिघला तेरा, जो खडा कर दिया उसे मौत के चौबारे मे !
या खुदा बताना, अब क्यु तेरे जुबान पर ताला है,
दर्द तो होगा ही ना यार, मेरे किसी अपने को भी इस बिमारी ने पाला है !
अगर कुछ नही कर सकता तू,
तो बस एक दरखास्त है मेरी,
उसे तो पूरी कर दे !
चाहे तू मेरी जान ले ले,
पर उन मासूमोंको जिंदगी दे दे !
- विशाल आडबाल
9890300408