Tuesday 16 January 2018

:::::खुदखुशी:::::

:::::खुदखुशी:::::

ना जाने क्यू करते है लोग खुदखुशी ,
क्या उन्हे जिने की उम्मीद नही होती !
अगर समझ जाते जिंदगी के रंग अनेक ,
तो यू जान देने की कभी गलती ना होती !

जिंदगी एक जुआ है ,
जीत हार तो होनी है !
मुश्किले आए जितनी भी ,
ताकत हमारी लगानी है !

मरना भी क्या जीवन से हारकर,
समस्या ऐसे हल नही होती !
जीवन का सुरज अगर डुब जाए ,
तो उसकी सुबह नहि होती !

सत्य का स्वीकार करो ,
जिंदगी आसान हो जाएगी !
कभी मत खोना अपना संयम ,
जिने की नई राह मिल जाएगी !

लाख मुश्किले आए ,
हर हाल मे उनसे टकराना सिखो !
यह जिंदगी एक ही बार है ,
मुस्कुराकर जिना सिखो !
इम्तेहानो का सागर है यह जिंदगी ,
बस इस सागर को पार करना सिखो !

- विशाल आडबाल
  9890300408

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