Wednesday 19 December 2018

:::::रंग:::::

:::::रंग:::::

मोहब्बत क्या चीज है ये तो सब जानते है,
हम जैसे आशिक तो इसे खुदा मानते है !

लगता था मुझे जब इश्क होगा किसीसे तो बडा खुश रहुंगा मैं !
इस मतलबी दुनिया से परे किसिकि बाहोंमे बेखौफ रहुंगा मैं !

जिसका इंतजार था आखिर वो रुत आ हि गई,
एक रोज मेरी नजरे तुमपर ठहर गई !

लगा ऐसे के जिसका इंतजार था वो ही हो तुम,
मेरी धडकन, मेरा नूर, मेरी परी हो तुम !

यू ही नजरों के खेल मे मैं तुमपर दिल हार बैठा,
बस तुझसे ही नाता जुड रहा था मानो सारी दुनिया से रिश्ता ही टुटा !

आखिर मेरे दिल की रानी बनकर तुम मेरी जिंदगी मे आयी,
मानो आसमान नगाडे बजा रहा था और इस हवा की आवाज बन चुकी थी शहनाई !

धीरे-धीरे वक्त बीत रहा था,
और तुम्हारे दिल पर लगा मोहब्बत का झूठा रंग उतरता नजर आ रहा था !

मेरे दिल को कुछ इस कदर तोडा तुमने के कोई शिशा हो,
पर यार एक दफा तो देख लिया होता इस दिल मे बस तुम ही तुम हो !

माना पैसे नही थे मेरे पास, गरीब था, तेरे शौक पूरे कर नही सकता था !
पर ये भी सच है के तेरे हर दर्द को खरीद सकता था !

खैर तुम्हे जाना था, पुरी करली तुमने मर्जी तुम्हारी,
पर यार सदा खुश रहना बस यही है दुआ हमारी !

आखिर सिख गयी मोहब्बत हमसे,
अब जिससे भी करोगी, शानदार करोगी !
चाहे मुझसे बेहतर कोई मिल भी जाए तुम्हे,
पर इस पागल दीवाने के लिये एक न एक दिन आंहे जरूर भरोगी !

-विशाल आडबाल
  9890300408

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