Tuesday 20 February 2018

:::::वक्त:::::

:::::वक्त:::::
कल तक जो साथ थे,
मेरा बुरा वक्त देखकर
छोड दिया मेरा साथ,
आज भी याद है मुझे
उनकी हर एक बात ,
कल तक जो कहते थे
"तु बहुत आगे जायेगा",
आज कहने लगे ,
"मा-बाप का नाम
मिट्टी मे मिलायेगा !

"कितनी खुदगर्ज़ है दुनिया,
जब तक हो जेब मे पैसा
तो पुछती है ,
कैसे हो मिया
नहीं तो जानबुझकर
चुराती है अखीया !

हो चाहे दुनिया कितनी भी बेवफा ,
ना होना तू कभी
मा-बाप से खफा ,
की अगर तुने ये खता ,
तो टुट जायेगा
ईश्वर से नाता !

यह मत सोच की
क्या कहेगी दुनिया,
बस कभी मत खोना,
परिवार का साया,
क्यूकी दुनिया तो है मोह- माया
और जन्नत है तेरे परिवार कि छाया !

सच कहा है किसीने
"दुनिया ये गोल है,
अंदर से पोल है,
रुपये का मोल है,
बाकी सब झोल है !"

-विशाल आडबाल
9890300408

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